2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरीशस का दो दिवसीय दौरा ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और सहयोग को और मजबूत करने का अवसर लेकर आई है। आइए जानते हैं इस यात्रा के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।

1. राष्ट्रीय दिवस समारोह में भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने 11 मार्च 2025 को मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। यह राष्ट्रीय दिवस महात्मा गांधी के दांडी मार्च की स्मृति में मनाया जाता है, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अहम हिस्सा था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस की जनता को बधाई दी और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
2. द्विपक्षीय वार्ता और सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के राष्ट्रपति धरम गोखुल और प्रधानमंत्री नविन रामगुलाम से महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इन बैठकों में दोनों देशों के बीच विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई, जिनमें रणनीतिक साझेदारी, सुरक्षा सहयोग और क्षेत्रीय मुद्दे शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मॉरीशस भारत का करीबी समुद्री पड़ोसी है और हिंद महासागर में हमारे लिए एक अहम साझेदार है। हम एक दूसरे से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक दृष्टि से जुड़े हुए हैं।”
3. विकास परियोजनाओं का उद्घाटन

इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत द्वारा वित्तपोषित और सहायता प्राप्त 20 से अधिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें सिविल सर्विस कॉलेज और क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मॉरीशस में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में सुधार लाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं से दोनों देशों के संबंधों को और भी मजबूती मिलेगी।
4. चागोस द्वीपसमूह पर समर्थन
भारत ने मॉरीशस के चागोस द्वीपसमूह पर संप्रभुता के दावे का समर्थन किया है। यह द्वीपसमूह हिंद महासागर क्षेत्र में रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। भारत का यह कदम क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने और मॉरीशस के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करने का संकेत देता है। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत हमेशा मॉरीशस के साथ खड़ा रहेगा।
5. भारत-मॉरीशस संबंधों का भविष्य
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और भी मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले वर्षों में, भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग और साझेदारी में और वृद्धि की संभावना है, जो न केवल दोनों देशों की सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देगा, बल्कि पूरे हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता की भावना को भी मजबूत करेगा।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी का मॉरीशस दौरा दोनों देशों के रिश्तों के लिए एक नई ऊंचाई पर पहुंचने का मौका साबित हो सकता है। यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देगी, बल्कि भारत और मॉरीशस के बीच समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को भी नई दिशा देगी।